सभा हो रही होगी। वाक्य में काल भेद
सभा हो रही होगी।
काल का भेद : संदिग्ध वर्तमानकाल
कारण
‘सभा हो रही होगी। इस बात में ‘संदिग्ध वर्तमान काल प्रकट हो रहा है। इस वाक्य में ‘संदिग्ध वर्तमान काल’ इसलिए प्रकट हो रहा है, क्योंकि इस वाक्य में कार्य के होने के प्रति संदेह व्यक्त किया जा रहा है।
किसी वाक्य में संदिग्ध वर्तमान काल तब होता है, जब उस वाक्य में कोई कार्य के होने ना होने के विषय में संदेह प्रकट किया जाए।
जैसे…
हरीश खाना खा रहा होगा।
माँ रसोई घर में खाना बना रही होगी।
बस जा चुकी होगी।
पिताजी घर पर होंगे।
इन सभी वाक्यों में किसी कार्य के या ना होने के विषय में स्पष्टता नहीं प्रकट हो रही बल्कि कार्य के होने या ना होने के विषय में संदेह प्रकट किया जा रहा है, इसलिए यह वाक्य ‘संदिग्ध वर्तमान काल’ है। ‘संदिग्ध वर्तमान काल’ किसी वर्तमान काल का एक उपभेद होता है।
वर्तमान काल के 6 उपभेद होते हैं, जो कि इस प्रकार हैं..
- सामान्य वर्तमान काल
- पूर्ण वर्तमान काल
- अपूर्ण वर्तमान काल
- संदिग्ध वर्तमान काल
- तात्कालिक वर्तमान काल
- संभाव्य वर्तमान काल
काल के भेद से संबंधित प्रश्न
अनुपमा पाठशाला जाती है। वाक्य किस काल का भेद हैं ?
भारतीय टीम पहले मैदान में पहुंची। वाक्य का काल भेद है?